मेरे जीवन का होगा
सबसे सुन्दर उपहार सखी,
जिस दिन मुझे मिलेगा मेरा,
पहला - पहला प्यार सखी।
पुष्प प्रेम में मन्त्र मुग्ध,
बगिया में जैसे भ्रमर होगा।
कभी तो कोई मिलेगा जो,
मेरे मन का राज कुँवर होगा।।
मुझे भी कोई पहनाएगा, फूलों वाला हार सखी।
जिस दिन मुझे मिलेगा मेरा,पहला - पहला प्यार सखी।।
यमुना तट पर फिर से कान्हा,
बंसी मधुर बजाएगा।
राधा नाचेगी मधुबन में ,
बृज गीत प्रेम के गाएगा।।
मन की वीणा का झनक उठेगा, एक - एक फिर तार सखी।
जिस दिन मुझे मिलेगा मेरा,पहला - पहला प्यार सखी।।
नयन से नयन मिलेंगे जब,
प्रियतम से मधुर मिलन होगा।
बह निकलेगी प्रेम की धारा ,
प्रीती का आलिंगन होगा।।
येही स्वपन देखा करती हूँ, रातों में हर बार सखी
जिस दिन मुझे मिलेगा मेरा,पहला - पहला प्यार सखी।।
सबसे सुन्दर उपहार सखी,
जिस दिन मुझे मिलेगा मेरा,
पहला - पहला प्यार सखी।
पुष्प प्रेम में मन्त्र मुग्ध,
बगिया में जैसे भ्रमर होगा।
कभी तो कोई मिलेगा जो,
मेरे मन का राज कुँवर होगा।।
मुझे भी कोई पहनाएगा, फूलों वाला हार सखी।
जिस दिन मुझे मिलेगा मेरा,पहला - पहला प्यार सखी।।
यमुना तट पर फिर से कान्हा,
बंसी मधुर बजाएगा।
राधा नाचेगी मधुबन में ,
बृज गीत प्रेम के गाएगा।।
मन की वीणा का झनक उठेगा, एक - एक फिर तार सखी।
जिस दिन मुझे मिलेगा मेरा,पहला - पहला प्यार सखी।।
नयन से नयन मिलेंगे जब,
प्रियतम से मधुर मिलन होगा।
बह निकलेगी प्रेम की धारा ,
प्रीती का आलिंगन होगा।।
येही स्वपन देखा करती हूँ, रातों में हर बार सखी
जिस दिन मुझे मिलेगा मेरा,पहला - पहला प्यार सखी।।