तेरी आँखों में क्या है,
ये जान लेती हैं मेरी आँखें !
आँखों से तेरी मिल कर,
जान ले लेती हैं तेरी आँखे !!
ना सानी अपना रखते हैं,
ये मशहूर-ए-जहाँ दोनो !!!
वार करने में तेरी आँखें,
तड्पने और बरसने में मेरी आँखें !!!!
प्रिय पाठकों, कविता संसार जल्द ही एक नए और अधिक वस्तृत रूप में आपके सामने आयेगा |
writer ?????
ReplyDeletewah aggrawal sahab
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